मूलभूत स्तर

डेटा और सूचना के विषय में 

डेटा क्या है?

डेटा अर्थात आंकडे वह अव्यवस्थित तथ्य होते हैं, जिन्हें प्रोसेस किए जाने की जरूरत होती है। आंकड़ों को जब तक व्यवस्थित न किया जाए तब तक वह सरल और देखने में बिखरे हुए होते हैं। 

उदाहरण :

किसी एक विद्यार्थी की परीक्षा के अंक आंकड़ों का उदाहरण हैं,

दो दिन से बीमार पड़े एक आदमी के तापमान की रीडिंग भी आंकड़ों का ही उदाहरण है। यदि इन आंकड़ों को यह जानने के लिए व्यवस्थित किया जाता है या विश्लेषण किया जाता है कि क्या रोगी किसी विशेष बीमारी से पीड़ित है, तो यह सूचना होती है।

सूचना क्या है?

जब आंकड़ों को किसी दिये गए सन्दर्भ में प्रोसेस, व्यवस्थित, संरचित या प्रस्तुत किया जाता है जिससे उसे उपयोगी बनाया जा सके तो इसे सूचना कहते हैं।  

उदाहरण:

  1. राज  को दसवीं कक्षा की परीक्षा में 80% अंक प्राप्त हुए, यह राज के विषय में सूचना है।
  2. किसी वेबसाईट पर आने वाले आगंतुकों की संख्या आंकड़ों का उदाहरण है। यह पता लगाना कि कैसे इतने लोग एक ख़ास क्षेत्र से वेबसाईट पर आ रहे हैं, सार्थक सूचना है।

हमें अपने आंकड़ों या सूचना को सुरक्षित रखने की जरूरत क्यों होती है?

“सूचना सुरक्षा” या “आंकड़े सुरक्षा” सूचना की अनाधिकृत पहुँच, प्रयोग, प्रकटन, संशोधन और निरीक्षण से बचने के लिए हैं। 

आंकड़े या सूचना सुरक्षा साइबर सुरक्षा से कैसे सम्बन्धित है?

किसी भी व्यक्ति के लिए उसका नाम, पता, बैंक खाता विवरण आदि ही उसके व्यक्तिगत आंकड़े है, और व्यक्तिगत सूचना वह है जिससे हम किसी व्यक्ति की पहचान करते हैं अर्थात पर्सनली आईडेंटीफाइंग सूचना, (पीआईआई) या संवेदनशील व्यक्तिगत सूचना अर्थात सेंसिटिव पर्सनल सूचना (एसपीआई)। इस संवेदनशील आंकड़े में सेंध लगाकर ठग चोरी कर सकते हैं। 

डिजिटल उपयोगकर्ताओं के रूप में हम अपने व्यक्तिगत आंकड़े और व्यक्तिगत पहचान सूचना (पीआईआई) का उपयोग अपने ईमेल आईडी, बैंक खातों, सोशल मीडिया, खातों, डिजिटल भुगतान करने के लिए और कई ऑनलाइन सेवाओं का प्रयोग करने के लिए करते हैं। इससे हमारे व्यक्तिगत आंकड़ों को संभावित चोरी के प्रति संवेदनशील बनाते हैं और हमारे इन पर साइबर ठग हमला कर सकते हैं।  इससे कई सारे नुकसान हो सकते हैं जैसे वित्तीय नुकसान, आंकड़ों का नुकसान, सिस्टम/खातों का हैक होना, गलत तरीके से प्रस्तुत करना, मालवेयर/स्पाईवेयर/ रैनसमवेयर हमले आदि। इसलिए यह आवश्यक है कि अपने व्यक्तिगत और संवेदनशील आंकड़ों या सूचना की सुरक्षा की जाए।

उदाहरण: व्यक्तिगत आंकड़ों को झूठी प्रोफाइल/दस्तावेज़ बनाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है या छेड़छाड़ की जा सकती है

सूचना सुरक्षा या साइबर सुरक्षा सूचना का अर्थ है अनाधिकृत पहुँच से सूचना को सुरक्षित रखना तथा साथ ही उन प्रक्रियाओं से सुरक्षित रखना जो सूचना के अनाधिकृत एक्सेस, प्रयोग, प्रकटन, छिन्न भिन्न करने, संशोधन करने, निरीक्षण करने, रिकॉर्डिंग करने या नष्ट करने के बारे में होती हैं।

गोपनीयता, एकीकरण एवं उपलब्धता (सीआईए) की रक्षा, सूचना सुरक्षा या फिर साइबर सुरक्षा का प्राथमिक लक्ष्य है।

हम अपने आंकड़ों या सूचना की रक्षा कैसे कर सकते हैं?

व्यक्तियों के आंकडे/सूचना सुरक्षा सुझाव

व्यक्ति भी कई प्रकार के खतरनाक साइबर हमलों का शिकार हो सकते हैं, जैसे फिशिंग ईमेल, सोशल इंजीनियरिंग और और सोशल मीडिया धमकियाँ। साइबर अपराधियों द्वारा भेजे गए एक लिंक से ही कई प्रकार के संवेदनशील आँकड़े या पहचान चोरी हो सकती है।

यहाँ हमने कुछ तरीके दिये हैं जिससे आप अपने व्यक्तिगत आंकड़ों को साइबर सुरक्षित रख सकते हैं:

अज्ञात लिंकों को अनदेखा करें: कभी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें, फिर चाहे ईमेल भेजने वाला या वेबसाईट आपको संदिग्ध न भी दिख रहा हो।

अलग अलग पासवर्ड बनाएं: अपने खातों के लिए मजबूत और जटिल पासवर्ड इस्तेमाल करें। अक्सर लोगों की आदत होती है कि वह अपने अलग अलग खातों के लिए एक ही पासवर्ड इस्तेमाल करते हैं, जिससे साइबर अपराधियों के लिए न केवल एक खाते बल्कि आपके सभी खातों में प्रवेश करना सरल हो जाता है।

पीआईआई को न ही साझा करें या भंडारित करें: कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी को अपने ईमेल खाते में भंडारित न करें और न ही पीआईआई को ईमेल, मेसेज या ऑनलाइन आवेदनों के माध्यम से साझा करें।

महीन अक्षरों को पढ़ें: किसी भी वेबसाईट पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी देने से पहले, हमेशा ही महीन अक्षरों को पढ़ें। विशेषकर जब आप ऑनलाइन खरीद कर रहे हैं।

अनावश्यक एक्सेस से बचें: किसी भी एप्लीकेशन को अपने फोन में इंस्टाल करने से पहले अपने मोबाइल  फोन पर विविध एप्लीकेशन के लिए दिए गए रिमोट एक्सेस से बचें।

ऑनलाइन सुरक्षा:  सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्म पर किसी भी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें, जिनमें आपका स्थान और ईमेल पता सम्मिलित है।

विकसित स्तर

संस्थान के लिए आँकड़ा/ सूचना सुरक्षा सुझाव:

नए खतरों के उभरने के साथ अब संस्थानों के लिए समय है कि सभी कर्मचारी पर्सनली आईडेंटीफाइंग सूचना (पीआईआई) की रक्षा करने के लिए कुछ उपाय अपनाएं

अपने सिस्टम और सॉफ्टवेयर अपडेट करें: हमेशा ही नवीनतम ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ अपटूडेट रहें और अतिरिक्त सॉफ्टवेयर अपडेट रखें।'

एनक्रिप्शन: कर्मचारियों, साथियों और उपभोक्ताओं द्वारा साझा की गयी गोपनीय सूचना को एनक्रिप्ट करें।

पासवर्ड बनाएं: हमेशा ही एक बेहद मजबूत पासवर्ड प्रयोग करें, जिनमें हर कुछ महीनों में पासवर्ड बदलते रहें।

कोई बाहरी कनेक्शन नहीं: अपने ऑफिस सिस्टम पर किसी भी बाहरी उपकरण या यूएसबी का प्रयोग करने से बचें, जो एक उपकरण से दूसरे उपकरण में आँकड़े हस्तांतरित कर सकता है। इसमें मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रोनिक्स उपकरणों को चार्ज करने के लिए यूएसबी पोर्टल भी शामिल हैं।

डेटा बैकअप और रीकवरी: हमेशा अपने सूचना सुरक्षा एग्ज़ेक्युटिव से सलाह लें कि आपके पास एक मजबूत बैकअप और रीकवरी प्रक्रिया हो जिसे निरंतर अपडेट किया जा रहा हो।

संसाधन:

Data vs Information

Diffen

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